Sanskrit Muhavare with Meaning संस्कृत में मुहावरे और उनके अर्थ
नमस्कार दोस्तों, आज यहाँ पर संस्कृत भाषा के प्रसिद्ध मुहावरे और लकोक्तियाँ दी गयी है. उनके हिंदी में अर्थ भी दिए गए है. संस्कृत में ये सभी लोकोक्तियाँ आदिकाल से प्रचलन में है. Sanskrit Muhavare with Meaning
संस्कृतभाषायांप्रसिद्धा*लोकोक्तय: –
Sanskrit Muhavare with Meaning
संस्कृत के प्रसिद्ध मुहावरे और उनके अर्थ हिंदी में
Number | Idioms in Sanskrit | अर्थ (meaning in Hindi) |
1 | यत्नं विना रत्नं न लभ्यते। | सेवा बिन मेवा नहीं। |
2 | सङ्घे शक्ति: कलौ युगे। | एकता में बल है। |
3 | गत: कालो न आयाति। | गया वक्त हाथ नहीं आता। |
4 | अल्पविद्या भयङ्करी। | नीम हकीम खतरे जान। |
5 | सर्वनाशे समुत्पन्ने अर्धं त्यजति पण्डित:। | भागते चोर की लंगोटी सही। |
6 | अर्धो घटो घोषमुपैति नूनम्। | थोथा चना बाजे घना। |
7 | कालस्य कुटिला गति:। | विपत्ति अकेले नहीं आती। |
8 | वीरभोग्या वसुन्धरा। | जिसकी लाठी उसकी भैंस। |
9 | अविवेक: परमापदां सद्म। | अज्ञानता विपत्ति का घर है। |
10 | जलबिन्दुनिपातेन क्रमश: पूर्यते घट:। | बूँद-बूँद घड़ा भरता है। |
11 | पय: पानं भुजङ्गानां केवलं विषवर्धनम्। | साँपों को दूध पिलाना उनके विष को बढ़ाना है। |
12 | कष्टं खलु पराश्रय:। | पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं। |
13 | बली बलं वेत्ति न तु निर्बल : | जौहर की गति जौहर जाने। |
14 | विषकुम्भं पयोमुखम्। | तन के उजले मन के काले। |
15 | दूरस्था: पर्वता: रम्या:। | दूर के ढोल सुहावने लगते हैं। |
16 | अतिदर्पे हता लङ्का। | घमंडी का सिर नीचा। |
17 | शठे शाठ्यं समाचरेत् | जैसे को तैसा। |
18 | वरमद्य कपोत: श्वो मयूरात्। | नौ नगद न तेरह उधार। |
19 | क्षते क्षारप्रक्षेप:। | जले पर नमक छिड़कना। |
20 | बह्वारम्भे लघुक्रिया। | खोदा पहाड़ निकली चुहिया। |
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