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क्षान्त्वा भक्तापराधान्, विहसित वदना श्रेयसां या सावित्री Shlok meaning in Hindi
संसार में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जो लक्ष्मी की कामना न करता हो । राजा, रंक, छोटे, बड़े सभी चाहते हैं कि लक्ष्मीजी सदा उनके घर में निवास करें । लक्ष्मीजी की आराधना करने से पहले मनुष्य को उनके स्वरूप के गूढ़ अर्थ को समझ लेना चाहिए तभी वह उनकी सच्ची आराधना कर सकता है। भगवान विष्णु के चरण दबाती महालक्ष्मीजी 🕉️🚩महालक्ष्मी का जो चित्र हम देखते हैं उसमें वे क्षीरसागर में शेषशय्या पर विराजमान भगवान विष्णु के चरण दबाती हुई दिखाई देती हैं । पुराणों में लक्ष्मीजी का स्थान भगवान विष्णु के हृदय और चरणकमलों में बताया गया है । एक बार भगवान विष्णु की पत्नी भूदेवी…