Evam Gyatwa Kritah Karm Shlok Meaning In Hindi, English | DailyHomeStudy
Knowledge

Evam Gyatwa Kritah Karm Shlok Meaning In Hindi, English | DailyHomeStudy

Evam Gyatwa Kritah Karm Meaning in Hindi and English. This Shlok is from Gita.

एवं ज्ञात्वा कृतं कर्म पूर्वैरपि मुमुक्षुभि: |

कुरु कर्मैव तस्मात्त्वं पूर्वै: पूर्वतरं कृतम् ॥15॥

शब्दार्थ

(पूर्वैः) पूर्वकालके (मुमुक्षुभिः) मुमुक्षुओंने (अपि) भी (एवम्) इस प्रकार (ज्ञात्वा) जानकर ही शास्त्रा विधि अनुसार साधना रूपी (कर्म) कर्म (कृतम्) विशेष कसक के साथ किये हैं (तस्मात्) इसलिये (त्वम्) तू भी (पूर्वैः) पूर्वजोंद्वारा (पूर्वतरम्,कृतम्) सदासे किये जानेवाले शास्त्रा विधि अनुसार भक्ति (कर्म) कर्मोंको (एव) ही (कुरु) कर।

यह श्लोक 🕉श्रीमद्भगवद्गीता🕉 के अध्याय 4 – ज्ञानकर्मसन्यासयोग का पन्द्रहवा श्लोक है.

🕉श्रीमद्भगवद्गीता🕉

।।🌹ॐ श्री परमात्मने नमः🌹।।

 अध्याय 4 – ज्ञानकर्मसन्यासयोग

श्लोक 15

एवं ज्ञात्वा कृतं कर्म पूर्वैरपि मुमुक्षुभि: |

कुरु कर्मैव तस्मात्त्वं पूर्वै: पूर्वतरं कृतम् ॥15॥

Evam Gyatwa Kritah Karm Meaning in Hindi

अनुवाद:- पूर्वकाल में मुमुक्षुओं ने भी इस प्रकार जानकर ही कर्म किए हैं, इसलिए तू भी पूर्वजों द्वारा सदा से किए जाने वाले कर्मों को ही कर।

Evam Gyatwa Kritah Karm Meaning in English

In the past, Mumukshus have also acted knowingly like this, so you should also do the same actions that have been done by your ancestors since time immemorial.

Facebook Comments
error: Content is protected !!