makar sankranti
Quotes/ Wishes

Makar Sankranti Quotes In Sanskrit

सूर्यस्य सायं प्रकाशे सुखरूपे, तस्मिन् एकादशे मासे माकरः संक्रान्तिर्भवति। एषः पर्वः विशेषः हिन्दूनां भारतीयाणां च, ज्योतिष्याद्यानां शास्त्राणां अनुसारं व्रतपर्वं आहृत्य यात्रात्यन्तं प्रसिद्धः अस्ति। इदं पर्वं सूर्यस्य उत्तरायणे समाप्ते, मकरस्य राशौ संक्रान्तिः भवति।

मकरसंक्रान्तिः हिन्दूणां एकोनपञ्चाशत् पर्वाणां सर्वाणां च सर्वत्रैव आत्मनः शुभप्रदः अस्ति। सूर्यः दक्षिणायां पथि समगत्य, उत्तरायणमारभते। स एकादशे मासे, मकरराशौ संक्रमति, तस्मिन् एकादशे मासे व्रतपर्वं आचरन्ति। इदं पर्वं भारते, नेपाले, बांग्लादेशे, श्रीलंकायां, पाकिस्ताने, भूताने, म्यान्मारे च सर्वत्रैव आचर्यते।

मकरसंक्रान्तौ दक्षिणायामुच्छिष्टामन्नं दत्तं भवति, तत्र प्रमुखं तिलगुडं च स्यात्। देवता सूर्यः, राष्ट्रीयं भोजनं तिलगुडयोः समर्पयितुं प्रवृत्तं भवति। अत्र सूर्यभगवान् सर्वेषां जीवानां सर्वरोगनाशनः आस्ते, तस्मिन् दिने अनेकानि स्नानानि कुर्वन्ति व्रतान्तर्गतानि। तस्यां दिवसे दानं, धर्मशीलता, सदाचारः इत्यादीनि आचरन्ति लोकजनाः।

Wish 1

मकरसंक्रांतिशुभाशयाः।

भावार्थ: मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।

Wish 2

मकर संक्रांति विशेष

मकरसंक्रमण उत्सवस्य शुभाशयाः।

भावार्थः
मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं।

Wish 3

‘यथा भेदं’ न पश्यामि शिवविष्ण्वर्कपद्मजान्।
तथा ममास्तु विश्वात्मा शंकर: शंकर: सदा।।

भावार्थः‘मैं शिव एवं विष्णु तथा सूर्य एवं ब्रह्मा में अन्तर नहीं करता, वह शंकर, जो विश्वात्मा है, सदा कल्याण करने वाला है। दूसरे शंकर शब्द का अर्थ है – शं कल्याणं करोति।

Wish 4

तिलवत् स्निग्धं मनोऽस्तु वाण्यां गुडवन्माधुर्यम्।
तिलगुडलड्डुकवत् सम्बन्धेऽस्तु सुवृत्तत्त्वम्।।

भावार्थः मकर संक्रांति पर तिल समान हम सभी के मन स्नेहमय हो, गुड़ समान हमारे शब्दों में मिठास हो और जैसे लड्डू में तिल और गुड़ कि प्रबल घनिष्ठता है वैसे हमारे संबंध हो।

Wish 5

सत्यं ब्रूयात् प्रियम् ब्रूयात् ब्रूयात् सत्यमप्रियम्।
प्रियम् च नानृतं ब्रूयादेष धर्मः सनातनः।।
मकरसंक्रांतिशुभाशयाः।

भावार्थः सत्य बोलना चाहिए और प्रिय बोलना चाहिये। अप्रिय सत्य नहीं बोलना चाहिये और प्यारा झूठ भी नहीं बोलना चाहिये। यही सनातन धर्म है। मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।

Wish 6

भास्करस्य यथा तेजो मकरस्थस्य वर्धते।
तथैव भवतां तेजो वर्धतामिति कामये।।

भावार्थः जैसे मकरराशी में सूर्य का तेज बढता है, उसी तरह आपके स्वास्थ्य और समृद्धि की हम कामना करते हैं।

Wish 7

माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति।।

भावार्थः मकर संक्रांति के दिन जो व्यक्ति कम्बल और शुद्ध घी को दान के रूप में देता है वह व्यक्ति अपने जीवन-मरण के सम्बन्ध से मुक्त होने के बाद अर्थात् अपनी मृत्यु के पश्चात मोक्ष को प्राप्त करता है।

Wish 8

नमोऽसत विद्यावितताय चक्रिणे।
समस्तधीस्थानकृते सदा नमः।।

भावार्थः जो समस्त विद्याओं के आश्रय, चक्रधारी तथा समस्त ज्ञानेन्द्रियों को व्याप्त करके स्थित हैं (यहां ब्रहमा जी का सर्वव्यापक स्वरूप वर्णित है), उन ब्रहमा जी को सदा नमस्कार है।

Wish 9

उद्यमेन हि सिद्धयन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः।।
मकरसंक्रांतिशुभाशयाः।

भावार्थः कार्य परिश्रम से ही पूर्ण होते हैं, मन में सोचने से नहीं। जैसे सोते हुए सिंह के मुख में हिरण नहीं आते हैं। मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।

Wish 10

सहस्रकिरणोज्ज्वल। लोकदीप नमस्तेऽस्तु नमस्ते कोणवल्लभ।।
भास्कराय नमो नित्यं खखोल्काय नमो नमः। विष्णवे कालचक्राय सोमायामिततेजसे।।

भावार्थः हे देवदेवेश! आप सहस्र किरणों से प्रकाशमान हैं। हे कोणवल्लभ! आप संसार के लिए दीपक हैं, आपको हमारा नमस्कार है। विष्णु, कालचक्र, अमित तेजस्वी, सोम आदि नामों से सुशोभित एवं अंतरिक्ष में स्थित होकर सम्पूर्ण विश्व को प्रकाशित करने वाले आप भगवान भास्कर को हमारा नमस्कार है।

Wish 11

अष्टादशपुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम्।
परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम्।।
मकरसंक्रांतिशुभाशयाः।

भावार्थः अठारह पुराणों में व्यासजी के दो वचन सार के हैं – परोपकार करो-पुण्य के लिए है।। दूसरे को पीड़ा पहुँचाना-पाप के लिए है। मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।

Wish 12

अस्मत्”संस्कृतम्”इत्याख्यपृष्ठतः भवद्भ्यः हार्दाः शुभेच्छाः गृह्णातु। नमो भगवते ।

भावार्थ: मकर संक्रान्ति भारत का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रांति पूरे भारत में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है।

हमारे “संस्कृतम्” पृष्ठ की ओर से आप सभी को इस पर्व की हार्दिक शुभेच्छायें। 

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