मनोकामना पूर्ति योग कब होता है? कैसे मनोकामना पूर्ण करे? लाभ DailyHomeStudy Manokamna purti Yog
कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा. हिन्दू धर्म के अनुसार कुछ ऐसे योग होते है व कुछ ऐसे समय होते है कि जब कोई भी कार्य करे वह अवश्य सफल होता है. ऐसे समय को मंत्रसिद्धि योग या मनोकामना-सिद्धि योग कहते है.
मनोकामना पूर्ति योग कब होता है?
👉🏻 अगर अशांति मिटानी है तो दोनों नथुनों से श्वास लें और ‘ॐ शान्ति:…… शान्ति:’ जप करें और फिर फूँक मार के अशांति को, बाहर फेंक दें | जब तारे नहीं दिखते हों, चन्द्रमा नहीं दिखता हो और सूरज अभी आनेवाले हों तो वह समय मंत्रसिद्धि योग का है, मनोकामना-सिद्धि योग का है |
मनोकामना पूर्ति का लाभ, फ़ायदे
👉🏻 इस काल में किया हुआ यह प्रयोग अशांति को भगाने में बड़ी मदद देगा | अगर निरोगता प्राप्त करनी है तो आरोग्यता के भाव से श्वास भरें और आरोग्य का मंत्र ‘नासै रोग हरै सब पीरा | जपत निरंतर हनुमत बीरा ||’ जपकर ‘रोग गया’ ऐसा भाव करके फूँक मारें | ऐसा 10 बार करें | कैसा भी रोगी, कैसा भी अशांत और कैसा भी बिखरा हुआ जीवन हो, सँवर जायेगा |
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मनोकामनापूर्ति योग में मनोकामना कैसे पूर्ण करे?
🙏🏻 देवी भागवत में व्यास भगवान ने बताया है…. भाद्रपद मास, शुक्ल नवमी तिथि हो ….. उस दिन अगर कोई जगदंबाजी का पूजन करता है, तो उसकी मनोकामनायें पूर्ण होती है , और जिंदगी जब तक उसकी रहेगी वो सुखी और संपन्न रहेगा | इस दिन ए मंत्र का जप करें……
ॐ अम्बिकाय नम :
ॐ श्रीं नम :
ॐ ह्रीं नम:
ॐ पार्वेत्येय नम :
ॐ गौराये नम :
ॐ शंकरप्रियाय नम :
थोड़ी देर तक बैठकर जप करना | और जिसको धन धान्य है, वो माँ से कहना मेरी गुरुचरणों में श्रध्दा बढे, भक्ति बढे (ये भी एक संपत्ति है साधक की) मेरी निष्ठा बढे मेरी उपासना बढे |